उत्तराखंड राज्य में खनिज कम ही मात्र में उपलब्ध है , कुछ प्रमुख खनिज पदार्थ और उनके प्राप्ति स्थल निम्नलिखित है
- चूना पत्थर – देहरादून, पिथोरागढ़, टिहरी, चमोली
- संगमरमर – देहरादून, टिहरी, नैनीताल
- चांदी – अल्मोड़ा
- सोना – शारदा, पिंडर , रामगंगा व अलकनंदा नदियों की रेत में
- टिन – चमोली
- लोहा– नैनीताल , टिहरी, पौड़ी ,चमोली
- तांबा – चमोली, पौड़ी, देहरादून, टिहरी, उत्तरकाशी, अल्मोड़ा, नैनीताल
- सीसा – पिथोरागढ़, अल्मोड़ा, देहरादून, उत्तरकाशी, टिहरी, पौड़ी
- ग्रेफाइट – अल्मोड़ा, पौड़ी, नैनीताल
- स्लेट्स – उत्तरकाशी,नैनीताल, पौड़ी
- जिप्सम – देहरादून, पौड़ी, नैनीताल, टिहरी
- मैग्नेसाईट – चमोली, बागेश्वर, पिथोरागढ़
- सोप स्टोन – अल्मोड़ा , बागेश्वर, पिथोरागढ़, चमोली
- फास्फोराईट – देहरादून, टिहरी
- डोलोमाईट – देहरादून, पिथोरागढ़, टिहरी
- बेराइट्स – देहरादून
- गंधक – चमोली, देहरादून
उत्तराखंड में खनन नीती की घोषणा 4 अप्रैल 2001 को की गयी इसके अनुसार वन क्षेत्रो खनिजो के खनन का कार्य ‘उत्तराखंड वन विकास निगम’ तथा अन्य क्षेत्रो में खनन का कार्य ‘कुमाऊं मंडल विकास निगम’ तथा ‘गढ़वाल मंडल विकास निगम’ द्वारा किया जाता है|
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