बिहार कृषि एवं पशुपालन
बिहार कृषि एवं पशुपालन
(Bihar : Agriculture and Animal Husbandry)
बिहार एक कृषि प्रधान राज्य है यहाँ के अधिकांस लोगो का आजीवन कृषि एवं पशुपालन पर निर्भर है
बिहार में कृषि
- बिहार एक कृषि आधारित राज्य है यह राज्य भारत में खाद्य उत्पादन में अग्रणी भूमिका निभाता है यहाँ की 85 प्रतिशत जनसंख्या कृषि कार्य पर आश्रित है
- बिहार राज्य में पैदा होने वाली प्रमुख खाद्यानफसलें धान, गेहूँ, मक्का, जौ, ज्वार, रागी, बाजरा, सरसों, अरहर, चना, मसूर आदि है
- बिहार में उत्पादित होने वाली प्रमुख नगदी फसलें गन्ना, मेस्ता, मखाना, मिर्च, चाय, जूट, तंबाकू, लीची आदि है
- बिहार में भारत में कुल लीची उत्पादन का 71 % हिस्सा उत्पादित होता है
- बिहार में कृषि के विकास के लिए दो रोडमैप अपनाये गए है जो निम्नलिखित है
- कृषि रोड मैप – I – इस रोडमैप की शुरुआत 2008 में की गयी जो 31 मार्च 2012 तक चला इसके अंतर्गत बीज ग्राम योजना , मुख्यमंत्री रैपिड बीज एक्सटेंशन प्रोग्राम जैसी कई योजनाये चलायी गयी
- कृषि रोडमैप – II – इस रोडमैप की शुरुआत 3 अप्रैल 2012 को की गयी जो वर्तमान में भी कार्यरत है
बिहार में मुख्यतः रवि व खरीफ की फसलें बोई जाती है
खरीफ की फसल – खरीफ की फसल जून-जुलाई में बोई जाती है तथा नवंबर-दिसंबर में इसकी कटाई जाती है खरीफ की फसल के अंतर्गत धान, मक्का, ज्वार, बाजरा, अरहर आदि प्रमुख पफसलें हैं।
बिहार में खरीफ की फसलो को दो भागो में विभाजित किया जा सकता है
- भदई फसल – इसके अंतगत ऐसी फसलें आती है जो कम समय में तैयार हो जाती है भदई पफसल के अंतर्गत ज्वार, बाजरा, धान, मक्का तथा कुछ तिलहनों की खेती की जाती है
- अगहनी फसल – यह फसल वर्षा ऋतू में बोई जाती है और नवम्बर – दिसम्बर में कटाई की जाती है धान अगहनी की प्रमुख फसल है
रबी की फसल – रबी की फसल की बुआई अक्टूबर-नवंबर में की जाती है तथा मार्च-अप्रैल के महीने में तैयार हो जाती है। रबी की फसल के अंतर्गत गेहूँ, जौ, चना, मटर, सरसों आदि की खेती की जाती है ये फसलें मुख्यतः सिंचाई पर निर्भर रहती है
बिहार में पशुपालन
पशुपालन बिहार की ग्रामीण जनता के लिए एक प्रमुख व्ययसाय है यहाँ की ग्रामीण अर्थव्यस्था का एक तिहाई भाग पशुपालन पर निर्भर है बिहार में पशुपालन के अंतर्गत मुख्यतः गाय, भैंस, भेड़, बकरी, सूअर, मुर्गीपालन तथा मत्स्यपालन का कार्य किया जाता है।
Also read – बिहार का इतिहास : आधुनिक काल (History of Bihar)
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