प्लाज्मा क्या है? What is Plasma in Hindi
रक्त हमारे शरीर का महत्वपूर्ण तत्व है और यह रक्त या खून कई पदार्थों से मिलकर बना होता है उन्ही में से एक है प्लाज्मा , तो आइए जानते हैं प्लाज्मा क्या है? What is Plasma in Hindi और इसका क्या काम होता है।
प्लाज्मा क्या है? What is Plasma in Hindi
हमारा रक्त मुख्यतः चार पदार्थों से मिलकर बना होता है श्वेत रक्त कोशिकाएं (White blood cells), लाल रक्त कोशिकाएं (Red blood cells), प्लेटलेट्स (Platelets) और प्लाज्मा (Plasma). अक्सर जब भी हम रक्त या रक्त परिसंचरण के विषय में पड़ते है तो हम केवल श्वेत रक्त कोशिकाएं (White blood cells), लाल रक्त कोशिकाएं (Red blood cells) और प्लेटलेट्स (Platelets) के बारे में अध्ययन करते है और प्लाज्मा को भूल जाते हैं लेकिन प्लाज्मा भी अहम भूमिका निभाता है। यह द्रव पूरे शरीर में रक्त के घटकों का वहन करता है।
प्लाज्मा हमारे खून का सबसे बड़ा हिस्सा है। हमारे रक्त में लगभग 55% प्लाज्मा होता है, प्लाज्मा में पानी, लवण और एंजाइम होते हैं। प्लाज्मा को जब शेष रक्त से अलग किया जाता है, तो यह एक हल्का पीला तरल होता है।
प्लाज्मा की मुख्य भूमिका पोषक तत्वों, हार्मोन और प्रोटीन को शरीर के उन हिस्सों तक पहुँचाना है, जिन्हें इसकी आवश्यकता होती है।कोशिकाएं अपने अपशिष्ट उत्पादों को भी प्लाज्मा में डालती हैं।और प्लाज्मा शरीर से इस अपशिष्ट को निकालने में मदद करता है। रक्त प्लाज्मा अपने रक्त के सभी भागों का शरीर में वहन करता है।
क्या आप जानते हैं?
रक्त दान की तरह प्लाज्मा दान (Plasma Donation) भी किया जाता है जिसका उपयोग कई प्रकार के उपचार के लिए किया जाता है। इस प्रकार के उपचार को प्लैज़्म थेरपी (Plasma Therapy) कहा जाता है।
प्लाज्मा दान (Plasma Donation) और प्लैज़्म थेरपी (Plasma Therapy) के बारे में अधिक पढ़ने के लिए यहाँ क्लिक करें।
Plasma Therapy (प्लाज्मा उपचार)
प्लाज्मा कई गंभीर स्वास्थ्य समस्याओं के उपचार का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है। पानी, नमक और एंजाइम के साथ-साथ प्लाज्मा में भी महत्वपूर्ण घटक होते हैं। इनमें एंटीबॉडी (antibodies), क्लॉटिंग कारक (clotting factors) और प्रोटीन एल्ब्यूमिन (proteins albumin) और फाइब्रिनोजेन (fibrinogen) शामिल हैं। प्लाज्मा में उपस्थित इन घटकों का उपयोग जलने, आघात और अन्य चिकित्सा आपात स्थितियों से पीड़ित लोगों के जीवन को बचाने में किया जाता है।
प्लाज्मा में प्रोटीन और एंटीबॉडी का उपयोग ऑटोइम्यून विकार (autoimmune disorders) और हीमोफिलिया (hemophilia) जैसी बीमारियों के उपचार के लिए किया जाता है।
Plasma donation (प्लाजाम दान)
प्लाज्मा दान की प्रक्रिया कुछ हद तक रक्त दान के समान ही है इसमें सबसे पहले आपकी जांच की जाती है जिसमें यह सुनिश्चित किया जाता है की आप प्लाज्मा दान करने के योग्य हैं या नहीं। उसके बाद प्लाज्मा एकत्र करने की प्रक्रिया शुरू की जाती है
इस प्रक्रिया के दौरान, आपका रक्त एक हाथ में नस में रखी सुई के माध्यम से खींचा जाता है। एक विशेष मशीन आपके रक्त के नमूने से प्लाज्मा और अक्सर प्लेटलेट्स को अलग करती है। इस प्रक्रिया को प्लास्मफेरेसिस (Plasmapheresis) कहा जाता है। शेष लाल रक्त कोशिकाओं और अन्य रक्त घटकों को फिर आपके शरीर में थोड़ा नमक के सोल्यूशन saline (salt) solution के साथ वापस भेज दिया जाता है।
क्या आप जानते हैं?
ब्लड ग्रुप AB वाले लोगों में प्लाज्मा डोनेशन की सबसे ज्यादा डिमांड होती है। क्यूंकी AB ग्रुप का प्लाज्मा कोई भी ब्लड ग्रुप का व्यक्ति ग्रहण कर सकता है। लेकिन रक्त के मामले में सर्वदाता रक्त समूह रुधिर वर्ग “O” होता है यानि o समूह की लाल रक्त कोशिकाओं को कोई भी ग्रहण कर सकता है।
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