हिमाचल प्रदेश का इतिहास – History of Himachal Pradesh
इस पोस्ट में हिमाचल प्रदेश का इतिहास – History of Himachal Pradesh का संक्षिप्त विवरण दिया गया है हिमाचल प्रदेश के इतिहास को मुख्यतः तीन भागों में बाँटा जा सकता है
- प्राचीन काल का इतिहास
- मध्य काल का इतिहास
- आधुनिक काल का इतिहास
प्राचीन काल
- हिमाचल प्रदेश के कांगड़ा जिले के गुलेर और देहरा में 1955 में की गई खुदाई में प्राचीन मानव के निवास से संबंधित साक्ष्य मिले हैं
- कोल जाती को हिमाचल प्रदेश का सबसे प्राचीन वासी माना जाता है
- मनु स्मृति में यहाँ कोल, किरात, यक्ष, नाग आदि जातियों के बसे होने का उल्लेख मिलता है
- ऋग्वेद में हिमालय से निकालने वाली नदियों का उल्लेख मिलता है
- महाभारत काल में हिमाचल प्रदेश औदुम्बर, त्रिगत्र, कुलिंद, कुलुत, गबदिका आदि जनपदों में विभाजित था।
- इसके पश्चात भारत और हिमाचल प्रदेश पर भी मौर्य वंश, शुंग वंश, कुषाण वंश, गुप्त वंश का शासन रहा।
- पाँचवी शताब्दी में हूणों ने भारत पर आक्रमण किया और उनमें से कुछ पराजित होने के बाद पहाड़ी क्षेत्रों में चले गए इन्ही को वर्तमान में गुज्जर कहा जाता है
- सांतवी शताब्दी में हर्ष वर्धन ने भारत और हिमाचल में भी शासन किया जिसका वर्णन वहेनसांग के यात्रा वृतांतो से मिलता है।
मध्य काल
- हर्षवर्धन की मृत्यु के पश्चात हिमाचल प्रदेश में वही के ठाकुर और राणा राज करने लगे तब ठाकुरों के अधिकार वाले क्षेत्र को ठकुराई और राणाओं के अधिकार वाले क्षेत्र को राहुन कहा जाता था।
- मध्य काल को मुस्लिम काल भी कहा जाता है इस काल में हिमाचल प्रदेश पर महमूद गजनवी, मुहम्मद गोरी, मंगोल, तुगलग वंश और मुग़लों ने शासन किया।
- मध्य काल में ही हिमाचल प्रदेश में कई रियासतों का भी उदय हुआ उनमें से कुछ प्रमुख कांगड़ा, बिलासपुर, कुटलैहर, सिरमौर, भंगाल, नूरपुर, चंबा, सुकेत, मंडी आदि थी,
- कांगड़ा रियासत सबसे पुरानी रियासत थी जिसका संस्थापक भूमिचन्द था।
- बिलासपुर रियासत का संस्थापक हरिहर था।
- नूरपुर रियासत की स्थापना तोंमर राजा जेठपल द्वारा 1905 ई. मे की गई थी।
- भंगाल रियासत 1200 ई. में एक ब्राह्मण द्वार स्थापित की गई थी।
- सुकेत रियासत का संस्थापक बंगाल का राज्य वीरसेन था।
आधुनिक काल
- 18 वीं शताब्दी के अंत तक मुग़लों के बाद हिमाचल पर सिखों का शासन हुआ।
- घमण्ड चंद और संसार चंद दो प्रमुख सिख शासक थे जिन्होंने हिमाचल पर शासन किया।
- 19वीं शताब्दी के प्रारंभ में हिमाचल में नेपाल के गोरखाओं ने शासन किया।
- 1814 में अंग्रेजों और गोरखाओं के बीच युद्ध हुआ ।
- 28 नवंबर 1815 को अंग्रेजों और गोरखाओं के बीच सुगौली की संधि हुई जिससे अधिकांश शासन अंग्रेजों के पास आ गया।
- इसके पश्चात भारत और हिमाचल को अंग्रेजी से आजादी एक साँथ 1947 में मिली।
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