हिमाचल प्रदेश के प्रमुख ग्लेशियर
हिमाचल प्रददेश एक हिमालयी राज्य है इसलिए यहाँ कई ग्लेशियर या हिमनद है हिमाचल प्रदेश में स्थानीय भाषा में ग्लेशियर को शिगड़ी कहा जाता है, इस पोस्ट में हम हिमाचल प्रदेश के प्रमुख ग्लेशियर के बारे में जानेंगे।
बड़ा शिगड़ी ग्लेशियर
बड़ा शिगड़ी ग्लेशियर हिमाचल प्रदेश का सबसे बड़ा ग्लेशियर है यह ग्लेशियर लाहौल की चंद्र घाटी में स्थित है इस ग्लेशियर की लंबाई 25 किमी एवं यह 3 किमी चौड़ा है। यह ग्लेशियर चिनाब नदी के जल का श्रोत है।
इस ग्लेशियर में 1936 में चंद्रताल झील का निर्माण हुआ था।
व्यास कुंड ग्लेशियर
इस ग्लेशियर से व्यास नदी निकलती है यह रोहतांग दर्रे के पीरपंजाल पर्वत श्रंखला के दक्षिण ढलान पर स्थित है।
भादल ग्लेशियर
यह ग्लेशियर रोहतांग दर्रे के पीरपंजाल पर्वत श्रंखला के दक्षिण-पश्चिमी ढलान पर स्थित है। इस ग्लेशियर से भादल नदी निकलती है।
गौरा ग्लेशियर
यह ग्लेशियर प्रदेश में हिमालय पर्वत श्रंखला के दक्षिणी ढलान पर स्थित है।
कुलटि ग्लेशियर
यह ग्लेशियर लहौल स्पीति जिले के कोकसार के निकट स्थित है।
मियार ग्लेशियर
इस ग्लेशियर से मियार नदी निकलती है , यह लाहौल में स्थित है।
मिलांग ग्लेशियर
यह ग्लेशियर कुलटि ग्लेशियर के उत्तर में लाहौलस्पीति जिले में स्थित है
दुधो एवं पार्वती ग्लेशियर
ये ग्लेशियर कुल्लू जिले में स्थित हैं, जो 15.15 किमी लंबे हैं ये पार्वती नदी को जल प्रदान करते हैं।
चन्द्रनाहन ग्लेशियर
यह ग्लेशियर रोहडु के उत्तर में स्थित है यह पब्बर नदी को जल प्रदान करता है।
गेयफाँग ग्लेशियर
स्थानीय भाषा में इसे लाहौल के मणि महेश के नाम से जाना जाता है।
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