बिहार का भूगोल – Geography of Bihar
बिहार का भूगोल – Geography of Bihar
बिहार की भौगोलिक स्थिति
- बिहार भारत के पूर्व में स्थित है इसका अशंशीय विस्तार 21°58’10” से 27°31’15” उत्तरी अक्षांश व देशंतारिया विस्तार 82°19’50” से 88°17’40” पूर्वी देशांतर के मध्य है
- बिहार की सीमा एक देश व भारत के तीन राज्यों को स्पर्श करती है इसके उत्तर में नेपाल पूर्व में पश्चिम बंगाल , पश्चिम में उत्तर प्रदेश तथा दक्षिण में झारखण्ड स्थित है
- बिहार का कुल क्षेत्रफल 94,163 वर्ग किमी है यह क्षेत्रफल की दृष्टि से भारत का 13 वां सबसे बड़ा राज्य है
- बिहार की उत्तर से दक्षिण तक लम्बाई 345 किमी व पूर्व से पश्चिम तक अधिकतम चौड़ाई 483 किमी है
- बिहार राज्य की समुद्र तल से औसत ऊंचाई लगभग 173 फीट है
- गंगा नदी बिहार को दो भागो में बांटती है जिन्हें गंगा का दक्षिणी क्षेत्र व गंगा का उत्तरी क्षेत्र कहा जाता है
बिहार की भूगर्भिक संरचना
बिहार को भूगर्भिक संरचना के अध्ययन हेतु मुख्यतः तीन भागो में बांटा जा सकता है जो निम्नलिखित है
- धारवाड़ चट्टानें – इस चट्टानों का निर्माण काल प्री कैंब्रियन युग माना जाता है इनमे मुख्यतः स्लेट , क्वार्टज़ आदि आते है ये बिहार के दक्षिण पूर्वी भाग, जमुई , नवादा, खड़गपुर की पहाड़ी आदि में पाई जाती है
- टर्शियरी चट्टानें – इस प्रकार की चट्टानें विहार के चंपारण के आसपास के क्षेत्रो में पाई जाती है|
- विन्ध्यन समूह की चट्टानें – ये चट्टानें मुख्यतः रोहतास तथा कैमूर जिले में पाई जाती है इनका उपयोग सीमेंट उधोग में भी किया जाता है
बिहार की जलवायु
- बिहार में मानसूनी प्रकार की जलवायु पाई जाती है यहाँ पूर्वी भाग की जलवायु पश्चिमी भाग की अपेक्षा आद्र होती है
- बिहार में मुख्यतः तीन ऋतुएं होती है ग्रीष्म ऋतू , वर्षा ऋतू व शीत ऋतू
- बिहार का सबसे गर्म जिला गया है
- बिहार में सबसे अधिक वर्षा किशनगंज जिले में होती है
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