कंप्यूटर का विकास एवं पीढ़ियां (Development of Computer and Generations)
कंप्यूटर का विकास एवं पीढ़ियां
कंप्यूटर के विकास का इतिहास लगभग 3000 वर्ष पुराना है हम जिस कंप्यूटर का उपयोग आज करते है उससे पहले कई अन्य उपकरणों का अविष्कार किया गया जिन्होंने कंप्यूटर के विकास में महत्वपूर्ण योगदान दिया|
अबेकस (Abacus)
अबेकस का अविष्कार लगभग 3000 से 5000 वर्ष पूर्व चीन में किया गया यह एक यांत्रिक डिचाइस है जिसका उपयोग गणना करने के लिए किया जाता है|
पास्कल कैलकुलेटर (Pascal Calculator)
पास्कल कैलकुलेटर का अविष्कार ब्लेज पास्कल द्वारा 1665 ई. में किया गया इसका उपयोग केवल जोड़ने तथा घटाने के लिए किया जाता था|
इस मशीन के ऊपर चक्रियाँ लगी होती थी जिसमे 0 से 9 तक अंक लिखे रहते थे इस मशीन को एडिंग मशीन (Adding Machine) भी कहा जाता था|
जेकार्ड लूम (Jacquard’s Loom)
सन् 1801 में फ्रांसीसी बुनकर जेकार्ड ने कपड़े बुनने की ऐसी मशीन का अविष्कार किया जो कपड़ो में डिजाईन या पैटर्न को कार्डबोर्ड के छिद्रयुक्त पंचकार्डो से नियंत्रित करती थी|
बेबेज एनालिटिकल इंजन (Babbage Analytical Engine)
सन 1820 के आसपास ब्रिटिश गणितज्ञ चार्ल्स बेबेज ने एक एनालिटिकल इंजन का अविष्कार किया जो आधुनिक कंप्यूटर का आधार बना इसी कारण चार्ल्स बेबेज को कंप्यूटर का जनक कहा जाता है|
हॉवर्ड आइकेन मार्क I (Howard Aiken Mark I)
हॉवर्ड आइकेन ने सन् 1944 में एक मशीन विकसित की जिसे हॉवर्ड आइकेन मार्क I कहा गया यह विश्व का सबसे पहला “विधुत यांत्रिक कंप्यूटर” था
ENIAC
यह पहला पूर्ण रूप से इलेक्ट्रोनिक यन्त्र था जिससे गणना की जा सकती थी| इसका अविष्कार 1943 से 1950 के मध्य हुआ|
EDSAC
यह पहला कंप्यूटर था जो अपने अन्दर डाटा को सहेज कर रख सकता था|
कंप्यूटर की पीढ़ियां (Computer Generation)
प्रथम पीढ़ी (First Generation) 1942-1955
प्रथम पीड़ी के कंप्यूटर में वैक्यूम ट्यूब का उपयोग होता था। वैक्यूम ट्यूब आकार में बड़ी थी अतः इस पीढ़ी के कम्प्यूटरों का आकार बहुत बड़ा था। इस पीड़ी के कंप्यूटरों की कार्य करने की गति भी बहुत धीमी थी
प्रथम पीड़ी के कंप्यूटरों में मेमोरी के लिए चुम्बकीय ड्रम का प्रयोग किया जाता था तथा मशीनी भाषा (0,1) पर काम करते थे|
UNIVAC 1, ENIAC, और Mark 1 प्रथम पीढ़ी के कंप्यूटरों के उदाहरण है
द्वितीय पीढ़ी (Second Generation) 1955-1964
द्वीतीय पीढ़ी के कंप्यूटरों में वैक्यूम ट्यूब के स्थान पर सॉलिड स्टेट ट्रांजिस्टर का प्रयोग किया गया इस पीढ़ी में उच्च स्तरीय प्रोग्रामिंग भाषाओं का विकास हुआ, जैसे- BASIC, COBOL, FORTRAN आदि।
IBM-70 सीरीज, IBM-1400 सीरीज, IBM-1600 सीरीज, HONEYWELL-400 से 800
सीरीज, CDC-3600 आदि इस पीढ़ी के कुछ प्रमुख कम्प्यूटर थे।
तृतीय पीढ़ी (Third Generation) 1965-1974
इस पीढ़ी के कम्प्यूटरों में ट्रांजिस्टरों का स्थान एकीकृत परिपथ (Integrated circuits) ने ले लिया। इन्हें आई.सी. (IC) भी कहा जाता है। IC का अविष्कार जे. एस. किल्बी द्वारा किया गया
इस पीढ़ी के कंप्यूटरों में हाई लेवल भाषा का प्रयोग प्रोग्रार्मिग के लिये किया जाता था। इसमें मेमोरी के तौर पर चुम्बकीय डिस्क का प्रयोग किया जाने लगा था।
इस पीढ़ी के महत्वपूर्ण कम्प्यूटर IBM-360, ICL-1900, IBM-370, VAX-750 आदि थे.
चतुर्थ पीढ़ी (Fourth Generation) 1975 से अब तक
इस पीढ़ी के कम्प्यूटरों में बड़े पैमाने के एकीकृत परिपथ (Ultra Large Scale Integrated Circuits – ULSI) प्रयुक्त हुए।इसमें हाई लेविल भाषा का प्रयोग प्रोग्रामिंग कि लिये किया जाता है |
पंचम पीढ़ी (Fifth Generation)
ये कम्प्यूटर अभी विकास की अवस्था में हैं। इन कंप्यूटरों में कृतिम बुद्धि (Artificial Intelligence) की तकनीक का प्रयोग किया जा रहा है|
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